तंत्र

हमारे देश में सदियों से तंत्र लोगों की जिज्ञासा का विषय रहा है। कई तंत्र क्रियाएं तो ऐसी होती हैं जिनके बारे में सुनकर ही किसी के भी होश उड़ सकते हैं। तंत्र के कई कई प्रकार होते हैं। इन्हीं में से एक है वाममार्गी तंत्र। जैसा कि नाम से ही मालूम होता है कि यह तंत्र सामान्य से अलग है।
वाममार्गी तंत्र में कई बार शराब, मांस, यहां तक कि जीवित महिला या पुरुषों की देह पर भी प्रयोग किए जाते हैं।
वाममार्गी तंत्र के लिए सिद्ध साधकों की आवश्यकता होती है। आम आदमी इनकी क्रियाओं को समझ नहीं सकता। ये ऐसी साधनाएं हैं जो सामान्य व्यक्ति के लिए असंभव सी है। उस समय में इन लोगों को ऐसे घोर अनुभव होते हैं, जिनमें डर जाने, बीमार पड़ जाने, पागल हो जाने या मृत्यु के मुंह में चले जाने की आशंका रहती है। वाममार्गी तंत्र को तंत्र का अधिक कठिन मार्ग माना जाता है क्योंकि इसमें मदिरा, मांस और मैथुन को साधना का ही एक अंग माना गया है।

ऐसी साधनाएँ हर कोई नहीं कर सकता। कोई कर ले तो सिद्धि मिलने पर उस अदृश्य शक्तियों को साथ रखने की जो कठिन शर्तें होती हैं उन्हें पालन नहीं कर सकता। यही कारण है, बहुत कम लोग ही साहस करते हैं और जो सफल होते हैं उनमें से बहुत कम ही उनका पूरा लाभ उठा पाते हैं।
किस्मत चमकाना है तो ये काम कर दो, पैसों की बारीश होने लगेगी ऐसे   
अगर आप किस्मत बदलना चाहते हैं और मालामाल होना चाहते हैं तो आपको ये छोटे छोटे काम करना हैं। जल्दी ही आपकी किस्मत बदल जाएगी।
वास्तु के अनुसार कुछ काम ऐसे है जो आपकी किस्मत तो बदल देंगे साथ ही पैसों की बारीश भी आप पर होने लगेगी।- अगर दक्षिण-पश्चिम दिशा में घर के मालिक का कमरा होता है तो ऐसे घर में पैसा जरूर बरसता है।- घर की सीढिय़ां भी इस इसी दिशा में होना चाहिए। इस दिशा में खुलापन जैसे खिड़की, दरवाजे आदि बिल्कुल न बनाएं। - दक्षिण-पूर्व दिशा में किचिन, सेप्टिक टेंक बनाना उपयुक्त होता है। यह दिशा अग्नि प्रधान होती हैं।- स्वास्थ्य के साथ ही यह दिशा धन को भी प्रभावित करती हैं।- उत्तर दिशा से चुम्बकीय तरंगों का भवन में प्रवेश होता हैं। चुम्बकीय तरंगे मानव शरीर में बहने वाले रक्त संचार एवं स्वास्थ्य को प्रभावित करती हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से इस दिशा का प्रभाव बहुत अधिक बढ़ जाता हैं। इस दिशा में निर्माण करते समय विशेष बातों का ध्यान रखना आवश्यक हैं। उत्तर दिशा में भूमि रूप से नीची होना चाहिए तथा बालकनी का निर्माण भी इसी दिशा में करना चाहिए।- किसी भी प्रकार का गड्ढा, शौचालय अथवा नलकूप का इस दिशा में वास्तु के अनुसार न बनाएं।

मंदी में भी चमकेगा आपका बिजनेस, 
करें यह टोटका
यदि आप व्यापारी हैं और आपको मंदी की मार झेलनी पड़ रही है तो अब आपको घबराने की जरुरत नहीं है क्योंकि यहां हम आपको बता रहे हैं एक ऐसा टोटका जिसे करने से मंदी में भी आपका बिजनेस उन्नति कर सकता है।

टोटका

एक हाथ लंबा कच्चा धागा लें तथा उसे केसर से रंग लें। इसे रंगते हुए ऊँ महालक्ष्म्यै नम: मंत्र का मन ही मन जप करते रहें। इसके बाद इस धागे को अपने व्यापार स्थल के मुख्य द्वार पर बांध दें या फिर अपने गल्ले, तिजोरी आदि में भी रख सकते हैं। इस अभिमंत्रित धागे के प्रभाव से आपका बिजनेस मंदी में भी तरक्की करता रहेगा।

नया साल होगा जबर्दस्त सफलताओं से भरा
कल करें ऐसी शनि पूजा
शनिदेव दण्डाधिकारी माने गए हैं। उनका ऐसा चरित्र असल में, कर्म और सत्य को जीवन में अपनाने की प्रेरणा देता है। जीवन में परिश्रम और सच्चाई ही ऐसी खूबियां हैं, जिन पर कठिन दौर में भी टिके रहना बड़ी सफलता व यश देने वाला होता है।

यही कारण है कि आने वाले कल को खुशहाल बनाने के लिए वर्तमान में कर्म में संयम और अनुशासन को अपनाने का संकल्प लेना अहम हैं। शुभ संकल्पों को अपनाने के लिए ही साल के अंत में बने शनिवार व अमावस्या तिथि के संयोग में शनि पूजा व उपासना आने वाले पूरे साल को दु:ख, कलह, असफलता से दूर रख सफलता व सुख लाएगी।

धर्मशास्त्रों व ज्योतिष विज्ञान में शनि पीड़ा या कुण्डली में शनि की महादशा, साढ़े साती या ढैय्या में शनि के अशुभ प्रभावों से बचाव के लिए शनि व्रत रखने का भी बहुत महत्व बताया गया है। चूंकि हर धार्मिक कर्म का शुभ फल तभी मिलता है, जब उसका पालन विधिवत किया जाए। इसलिए जानते हैं शनि अमावस्या के योग में व्रत पालन में स्नान, पूजा, दान और आहार कैसा हो?

स्नान -

शनि उपासना के लिए सबेरे शरीर पर हल्का तेल लगाएं। बाद में शुद्ध जल में पवित्र नदी का जल, काले तिल मिलाकर स्नान करें।  
शनि पूजा -  
शनिदेव को गंगाजल से स्नान कराएं। तिल या सरसों का तेल, काले तिल, काली उड़द, काला वस्त्र, काले या नीले फूल के साथ तेल से बने व्यंजन का नैवेद्य चढ़ाएं। 'ॐ शं शनिश्चरायै नम:' इस सरल शनि मंत्र का कम से कम 108 बार जप करें। तेल के दीप से शनि आरती करें।

दान -       शनि व्रत में शनि की पूजा के साथ दान भी जरूरी है। शनि के कोप की शांति के लिए शास्त्रों में बताई गई शनि की इन वस्तुओं का दान करें। उड़द, तेल, तिल, नीलम रत्न, काली गाय, भैंस, काला कम्बल या कपड़ा, लोहा या इससे बनी वस्तुएं और दक्षिणा किसी ब्राह्मण को दान करना चाहिए।


खान-पान -       शनि की अनुकूलता के लिए रखे गए व्रत में यथासंभव उपवास रखें या एक समय भोजन का संकल्प लें। इस दिन शुद्ध और पवित्र विचार और व्यवहार बहुत जरूरी है। आहार में दूध, लस्सी और फलों का रस लेवें। अगर व्रत न रख सकें तो काले उड़द की खिचड़ी में काला नमक मिलाकर या काले उड़द का हलवा खा सकते हैं।
इस मंत्र के साथ रखें भूमि पर पैर नहीं लगेंगी नाकामी की ठोकरें !
सनातन धर्म जड़ में चेतन को खोजने की विलक्षण ज्ञान व शक्ति देता है। यही कारण है कि चाहे शिव हो या शालग्राम यानी हरि हो या हर, के निराकार रूप भी सांसारिक जीवन को सुख-समृद्ध बनाने वाले माने गए हैं। इसी कड़ी में भूमि को भी मातृशक्ति स्वरूप बताया गया है।

मां के रूप में वंदनीय होने से भूमि पर पैर रखना भी दोष का कारण माना गया है। चूंकि हर मानव भूमि स्पर्श से अछूता नहीं रह सकता। यही कारण है कि शास्त्रों में भूमि स्पर्श दोष के शमन व मर्यादा पालन के लिये भूमि को जगतपालक विष्णु की अर्द्धांगिनी मानकर, उनसे एक विशेष मंत्र से क्षमा प्रार्थना जरूरी मानी गई है।

व्यावहारिक दृष्टि से इसमें हर इंसान को अहंकार से परे रहकर जीने का छुपा संदेश है यानी विनम्र सरल शब्दों में जमीन से जुड़े रहकर ही असफलता व दु:ख की ठोकरों से बचना संभव बताया है।

जानते हैं यह विशेष भूमि स्पर्श मंत्र। जिसे हर व्यक्ति को सुबह जागने के बाद जमीन पर पैर रखने से पहने जरूर स्मरण करना चाहिए -

समुद्रवसने देवि पर्वतस्तन मंडिते।

विष्णुपत्नि नमस्तुभ्यं पादस्पर्श क्षमस्व में।।

सरल शब्दों में अर्थ है कि समुद्र रूपी वस्त्र पहनने वाली पर्वत रूपी स्तनों से मंडित भगवान विष्णु की पत्नी, हे माता पृथ्वी, आप मुझे पाद स्पर्श के लिए क्षमा करें।

इन साधारण उपायों से आप बन जाएंगे मालामाल
पैसा कमाने के लिए इंसान क्या नहीं करता। वह दिन-रात मेहनत करता है। हर वक्त उसके दिमाग में यही बात घुमती रहती है कि और पैसा कैसे कमाया जाए? बहुत प्रयास करने के बाद भी इतना नहीं कमा पाता जितनी उसे जरूरत है। ऐसे में यदि नीचे लिखे साधारण तंत्र उपायों का सहारा लिया जाए तो धन की कमी को पूरा किया जा सकता है। इस उपाय से गरीब व्यक्ति भी मालामाल बन सकता है।

उपाय

1- अचानक धन प्राप्ति के लिए अपनी मनोकामना कहते हुए बरगद की जटा में गांठ लगा दें। जब धन लाभ हो जाए तो उसे खोल दें।

2- काली हल्दी को सिंदूर व धूप देकर कुछ सिक्कों के साथ लाल कपड़े में लपेटकर तिजोरी में रख दें। इसके प्रभाव से धन की वृद्धि होगी।

3- 11 कौडिय़ों को शुद्ध केसर में रंगकर पीले कपड़े में बांधकर धन स्थान पर रखने से धन का आगमन होने लगेगा।

4- घर के मुख्य द्वार पर प्रतिदिन सरसों के तेल का दीपक जलाएं। यदि दीपक बुझ जाए तो बचे हुए तेल को पीपल के पेड़ पर चढ़ा दें। यह उपाय 7 शनिवार तक करें।

5- मोती शंख का चूर्ण बनाकर उसे पानी में मिलाकर प्रतिदिन इससे मां लक्ष्मी को स्नान करवाएं तो शीघ्र ही धन संबंधी समस्या दूर हो जाएगी।

6- महालक्ष्मी का ध्यान करते हुए मस्तक पर केसर का तिलक लगाएं। धन लाभ के समाचार मिलेंगे।

7- शुक्ल पक्ष के पहले सोमवार को 11 अभिमंत्रित गोमती चक्रों को पीले कपड़े में रखकर उनका हल्दी से तिलक करें। फिर उस पोटली को हाथ में लेकर सारे घर में घुमते हुए घर से बाहर आकर बहते जल में प्रवाहित कर दें। धन हानि नहीं होगी।




तंत्र शास्त्र के अंतर्गत अनेक समस्याओं का समाधान निहित है। यह साधारण तंत्र उपाय जल्दी ही शुभ परिणाम देते हैं। यदि इस संबंध आपकी कोई जिज्ञासा हो तो आप हमें पूछ सकते हैं। 

सुखी जीवन की चाह पूरी करते हैं ये उपाय
सुखी जीवन की चाह किसे नहीं होती। सुखी जीवन के लिए इंसान क्या-क्या नहीं करता लेकिन जीवन में सुख मिलना इतना आसान नहीं होता। जबकि अगर हमारे दैनिक जीवन में कुछ साधारण उपाय किए जाए तो जीवन खुशियों से भर सकता है। नीचे दैनिक जीवन में किए जाने कुछ साधारण उपाय बताए गए हैं। इनहे करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है तथा मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है।

उपाय

1- सुबह सबसे पहले घर में झाड़ू लगाएं परंतु शाम होने के बाद भूलकर भी झाड़ू न लगाएं। इससे गृह लक्ष्मी अप्रसन्न होती हैं।

2- शाम होते ही घर में रोशनी अवश्य कर दें। अंधेरे घर में दरिद्रता का वास होता है।

3- यदि किसी विशेष उद्देश्य के लिए कहीं जा रहे हों तो मीठा दही खाकर जाएं। इससे  उद्देश्य में सफलता मिलेगी।

4- महिलाओं का आदर करने से तथा 10 वर्ष से कम उम्र की कन्याओं को देवी का स्वरूप मानकर प्रसन्न करने से सुख-समृद्धि की वृद्धि होती है।

5- सफेद वस्तुओं का दान करने से मां लक्ष्मी अति प्रसन्न होती हैं और सुख-संपदा का भंडार भर देती हैं।

6- घर में टूटे-फूटे बर्तनों का उपयोग न करें। इससे लक्ष्मी रुष्ठ हो जाती हैं।

समृद्धिदायक अचूक प्रयोग
> १॰ अकस्मात् धन लाभ के लिए सफेद कपड़े की ध्वजा को पीपल वृक्ष पर लगाना चाहिए । यदि व्यवसाय में आकस्मिक व्यवधान एवं पतन की सम्भावना प्रबल हो रही हो, तो यह प्रयोग करने से स्थिरता आती है तथा व्यावसायिक बाधाएँ दूर होती हैं ।
> २॰ सूने कुएँ पर दीपक जलाने से शत्रु-शमन होता है । दीपक रात्रि के समय या सन्ध्या के समय जलाना चाहिए । यदि इक्कीस दिन तक लगातार यह प्रयोग किया जाए तथा दीपक जलाते समय शत्रु का नाम लेकर अपनी अभिलाषा को मन-ही-मन कहा जाए, तो वह अवश्य ही पूरी होती हैं । इस प्रयोग में मिट्टी के पके हुए नए दीपकों को स्वच्छ जल से धोकर प्रयोग में लेना चाहिए तथा कड़वे तेल (सरसों) में आक की रुई की बत्ती बनाकर जलाना चाहिए । दीपक जलाने के बाद मुड़कर नहीं देखना चाहिए । यदि प्रयोग के दौरान अगले दिन कुएँ पर दीपक गायब हो जाए, तो चिन्तित नहीं होना चाहिए ।
> ३॰ स्थायी सुख-समृद्धि के लिए पीपल के वृक्ष पर उसकी छाया में खड़े होकर जल चढ़ाना चाहिए । जल चढ़ाने हेतु लोहे का पात्र लेना चाहिए । जल में कुछ चीनी, घी एवं दूध भि मिलाना चाहिए । यदि जीवन में संघर्षमय स्थिति हो, तो इस प्रयोग को शनिवार को प्रारम्भ करके नियमित करना चाहिए । इसके लिए प्रतिदिन प्रातःकाल स्नान के बाद सर्वप्रथम पीपल वृक्ष पर जल चढ़ाने का नियम बनाना चाहिए । इस प्रयोग से जीवन में चमत्कारिक रुप से अनुकूलता पैदा होने लगती है ।
> ४॰ काली गुंजा की विशेषता है कि जिस व्यक्ति के पास होती है, उस पर मुसीबत पड़ने पर इसका रंग स्वतः ही बदलने लगता है ।
> ५॰ चावल, दही और सत्तू का रात्रि के समय सेवन करने से लक्ष्मी का निरादर होता है । अतः समृद्धि के इच्छुक व्यक्तियों को तथा जिन व्यक्तियों को आर्थिक संकट रहते हों, उन्हें इनका सेवन रात्रि में नहीं करना चाहिए ।
> ६॰ घर के मुख्य द्वार पर प्रतिदिन सरसों के तेल का दीपक जलाएँ तथा दीपक बुझ जाने पर बचे हुए तेल को पीपल के पेड़ पर संध्या के समय चढ़ा दें । इस प्रकार सात शनिवार तक लगातार करने से भीषण आर्थिक संकटों से मुक्ति मिलती है । इस प्रयोग का प्रारम्भ भी किसी शनिवार से ही करना चाहिए ।
> ७॰ जिस व्यक्ति के ऊपर बहुत अधिक जिम्मेदारियाँ हो तथा जिम्मेदारियों की पूर्ति हेतु धन की आवश्यकता हो, उस व्यक्ति को शुक्रवार के दिन कमल का पुष्प लाकर अपनी तिजोरी अथवा किसी अलमारी में लाल वस्त्र में लपेटकर रखना चाहिए । ऐसा करने से व्यक्ति अपने कर्त्तव्यों के निर्वहन हेतु आवश्यक धन सरलतापूर्वक जुटा लेता है ।
> ८॰ यदि किसी कार्य में सफलता नहीं मिलती हो तथा व्यवसाय में अस्थिरता रहती हो, तो नागकेशर का पौधा किसी शुभ मुहूर्त में लाकर घर में लगाना चाहिए तथा नियमित रुप से उसकी देखभाल करनी चाहिए । जैसे-जैसे पौधा वृद्धि करेगा वैसे-वैसे उस व्यक्ति की आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होती जायेगी ।

> ९॰ तंत्र-मंत्र साधना में सफलता के इच्छुक व्यक्तियों को गूलर की लकड़ी के पट्टे पर बैठकर यंत्र निर्माण करना चाहिए । विभिन्न कार्यों की सफलता के लिए व्यक्ति को गूलर की लकड़ी के पट्टे पर बैठकर दीपक जलाना चाहिए ।
> १०॰ यदि आपके द्वारा किए गए टोने-टोटके, तंत्र-मंत्र आदि के प्रयोग सफल नहीं होते हों, तो गूलर के दो फल लाकर अपने पास रखने चाहिए । सामान्यतः गूलर के फल प्रारम्भ में झरबेरी के फल के समान होते हैं, जो धीरे-धीरे बड़े होकर नींबू के बराबर हो जाते हैं । ये कच्ची अवस्था में हरे तथा पकने पर लाल होते हैं । जिस व्यक्ति के पास पके हुए गूलर के फल होते हैं, भगवान् दत्तात्रेय की कृपा उस पर होती है तथा उस व्यक्ति के द्वारा किए गए तंत्र-मंत्र के प्रयोग, टोने-टोटके बिना किसी बाधा के सफल; होते हैं ।

बंधी दूकान कैसे खोलें ?
कभी-कभी देखने में आता है कि खूब चलती हुई दूकान भी एकदम से ठप्प हो जाती है । जहाँ पर ग्राहकों की भीड़ उमड़ती थी, वहाँ सन्नाटा पसरने लगता है । यदि किसी चलती हुई दुकान को कोई तांत्रिक बाँध दे, तो ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है, अतः इससे बचने के लिए निम्नलिखित प्रयोग करने चाहिए -
१॰ दुकान में लोबान की धूप लगानी चाहिए ।
२॰ शनिवार के दिन दुकान के मुख्य द्वार पर बेदाग नींबू एवं सात हरी मिर्चें लटकानी चाहिए ।
३॰ नागदमन के पौधे की जड़ लाकर इसे दुकान के बाहर लगा देना चाहिए । इससे बँधी हुई दुकान खुल जाती है ।
४॰ दुकान के गल्ले में शुभ-मुहूर्त में श्री-फल लाल वस्त्र में लपेटकर रख देना चाहिए ।
५॰ प्रतिदिन संध्या के समय दुकान में माता लक्ष्मी के सामने शुद्ध घी का दीपक प्रज्वलित करना चाहिए ।
६॰ दुकान अथवा व्यावसायिक प्रतिष्ठान की दीवार पर शूकर-दंत इस प्रकार लगाना चाहिए कि वह दिखाई देता रहे ।
७॰ व्यापारिक प्रतिष्ठान तथा दुकान को नजर से बचाने के लिए काले-घोड़े की नाल को मुख्य द्वार की चौखट के ऊपर ठोकना चाहिए ।
८॰ दुकान में मोरपंख की झाडू लेकर निम्नलिखित मंत्र के द्वारा सभी दिशाओं में झाड़ू को घुमाकर वस्तुओं को साफ करना चाहिए । मंत्रः- “ॐ ह्रीं ह्रीं क्रीं”
९॰ शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी के सम्मुख मोगरे अथवा चमेली के पुष्प अर्पित करने चाहिए ।
१०॰ यदि आपके व्यावसायिक प्रतिष्ठान में चूहे आदि जानवरों के बिल हों, तो उन्हें बंद करवाकर बुधवार के दिन गणपति को प्रसाद चढ़ाना चाहिए ।
११॰ सोमवार के दिन अशोक वृक्ष के अखंडित पत्ते लाकर स्वच्छ जल से धोकर दुकान अथवा व्यापारिक प्रतिष्ठान के मुख्य द्वार पर टांगना चाहिए । सूती धागे को पीसी हल्दी में रंगकर उसमें अशोक के पत्तों को बाँधकर लटकाना चाहिए ।
१२॰ यदि आपको यह शंका हो कि किसी व्यक्ति ने आपके व्यवसाय को बाँध दिया है या उसकी नजर आपकी दुकान को लग गई है, तो उस व्यक्ति का नाम काली स्याही से भोज-पत्र पर लिखकर पीपल वृक्ष के पास भूमि खोदकर दबा देना चाहिए तथा इस प्रयोग को करते समय किसी अन्य व्यक्ति को नहीं बताना चाहिए । यदि पीपल वृक्ष निर्जन स्थान में हो, तो अधिक अनुकूलता रहेगी ।
१३॰ कच्चा सूत लेकर उसे शुद्ध केसर में रंगकर अपनी दुकान पर बाँध देना चाहिए ।
१४॰ हुदहुद पक्षी की कलंगी रविवार के दिन प्रातःकाल दुकान पर लाकर रखने से व्यवसाय को लगी नजर समाप्त होती है और व्यवसाय में उत्तरोत्तर वृद्धि होती है ।
१५॰ कभी अचानक ही व्यवसाय में स्थिरता आ गई हो, तो निम्नलिखित मंत्र का प्रतिदिन ग्यारह माला जप करने से व्यवसाय में अपेक्षा के अनुरुप वृद्धि होती है । मंत्रः- “ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं नमो भगवती माहेश्वरी अन्नपूर्णा स्वाहा ।”
१६॰ यदि कोई शत्रु आपसी जलन या द्वेष, व्यापारिक प्रतिस्पर्धा के कारण आप पर तंत्र-मंत्र का कोई प्रयोग करके आपके व्यवसाय में बाधा डाल रहा हो, तो ईसे में नीचे लिखे सरल शाबर मंत्र का प्रयोग करके आप अपनी तथा अपने व्यवसाय की रक्षा कर सकते हैं । सर्वप्रथम इस मंत्र की दस माला जपकर हवन करें । मंत्र सिद्ध हो जाने पर रविवार या मंगलवार की रात इसका प्रयोग करें ।
मंत्रः- “उलटत वेद पलटत काया, जाओ बच्चा तुम्हें गुरु ने बुलाया, सत नाम आदेश गुरु का ।”
रविवार या मंगलवार की रात को 11 बजे के बाद घर से निकलकर चौराहे की ओर जाएँ, अपने साथ थोड़ी-सी शराब लेते जाएँ । मार्ग में सात कंकड़ उठाते जाएँ । चौराहे पर पहुँचकर एक कंकड़ पूर्व दिशा की ओर फेंकते हुए उपर्युक्त मंत्र पढ़ें, फिर एक दक्षिण, फिर क्रमशः पश्चिम, उत्तर, ऊपर, नीचे तथा सातवीं कंकड़ चौराहे के बीच रखकर उस शराब चढ़ा दें । यह सब करते समय निरन्तर उक्त मन्त्र का उच्चारण करते रहें । फिर पीछे पलट कर सीधे बिना किसी से बोले और बिना पीछे मुड़कर देखे अपने घर वापस आ जाएँ ।
घर पर पहले से द्वार के बाहर पानी रखे रहें । उसी पानी से हाथ-पैर धोकर कुछ जल अपने ऊपर छिड़क कर, तब अन्दर जाएँ । एक बात का अवश्य ध्यान रखें कि आते-जाते समय आपके घर का कोई सदस्य आपके सामने न पड़े और चौराहे से लौटते समय यदि आपको कोई बुलाए या कोई आवाज सुनाई दे, तब भी मुड़कर न देखें ।
१७॰ यदि आपके लाख प्रयत्नों के उपरान्त भी आपके सामान की बिक्री निरन्तर घटती जा रही हो, तो बिक्री में वृद्धि हेतु किसी भी मास के शुक्ल पक्ष के गुरुवार के दिन से निम्नलिखित क्रिया प्रारम्भ करनी चाहिए -
व्यापार स्थल अथवा दुकान के मुख्य द्वार के एक कोने को गंगाजल से धोकर स्वच्छ कर लें । इसके उपरान्त हल्दी से स्वस्तिक बनाकर उस पर चने की दाल और गुड़ थोड़ी मात्रा में रख दें । इसके बाद आप उस स्वस्तिक को बार-बार नहीं देखें । इस प्रकार प्रत्येक गुरुवार को यह क्रिया सम्पन्न करने से बिक्री में अवश्य ही वृद्धि होती है । इस प्रक्रिया को कम-से-कम 11 गुरुवार तक अवश्य करें ।


चाहते हैं लक्ष्मी की कृपा और सुख-समृद्धि तो करें यह टोटका
सभी चाहते हैं कि आप पर लक्ष्मी की कृपा बरसे और आपके घर में सुख-समृद्धि भी रहे। लेकिन सभी लोगों की यह मनोकामना पूरी नहीं होती। यदि आप यह सब चाहते हैं तो नीचे लिखा टोटका करें। यह अद्भुत टोटका है।
टोटके
किसी शुक्रवार की रात 10 बजे के बाद अपने सामने चौकी पर एक कलश रखें। कलश के ऊपर शुद्ध केसर से स्वस्तिक का चिह्न बनाकर उसमें पानी भर दें। इसके बाद उसमें चावल, दूर्वा और एक रूपया डाल दें। फिर एक छोटी सी प्लेट में चावल भरकर उसे कलश के ऊपर रखें। उसके ऊपर श्रीयंत्र स्थापित कर दें। इसके बाद उसके निकट चौमुखी दीपक जलाकर उसका कुंकुम और चावल से पूजन करें। इसके बाद 10 मिनट तक लक्ष्मी का ध्यान करें। आपकी मनोकामना अवश्य पूरी होगी।


लाख परेशानियों का एक अचूक उपाय है ये 
शास्त्र के अंतर्गत तांत्रिक क्रियाओं में एक ऐसे पत्थर का उपयोग किया जाता है जो दिखने में बहुत ही साधारण होता है लेकिन इसका प्रभाव असाधारण होता है। इस पत्थर को गोमती चक्र कहते हैं। गोमती चक्रकम कीमत वाला एक ऐसा पत्थर है जो गोमती नदी में मिलता है। गोमती चक्र के साधारण तंत्र उपयोग इस प्रकार हैं-
- होली, दीवाली तथा नवरात्र आदि प्रमुख त्योहारों पर गोमती चक्र की विशेष पूजा की जाती है। अन्य विभिन्न मुहूर्तों के अवसर पर भी इनकी पूजा लाभदायक मानी जाती है।
- सर्वसिद्धि योग तथा रविपुष्य योग पर इनकी पूजा करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है।
- पेट संबंधी रोग होने पर 10 गोमती चक्र लेकर रात को पानी में डाल दें तथा सुबह उस पानी को पी लें। इससे पेट संबंध के विभिन्न रोग दूर हो जाते हैं।
- धन लाभ के लिए 11 गोमती चक्र अपने पूजा स्थान में रखें। उनके सामने श्री नम: का जप करें। इससे आप जो भी कार्य या व्यवसाय करते हैं उसमें बरकत होगी और आमदनी बढऩे लगेगी।
- गोमती चक्रों को यदि चांदी अथवा किसी अन्य धातु की डिब्बी में सिंदूर तथा चावल डालकर रखें तो ये शीघ्र शुभ

बुधवार को करें यह उपाय, हर काम में मिलेगी सक्सेस
 यदि आपकी मनोकामनाएं पूरी नहीं हो रही है या बनते काम बिगड़ रहे हैं तो उसके लिए बुधवार को नीचे लिखा उपाय करें। आपकी हर इच्छा पूरी होने लगेगी और हर काम में सफलता मिलने लगेगी।
 उपाय--किसी भी बुधवार को सूर्य की ओर मुख करके नमस्कार करें। इसके बाद कच्चा सूत लेकर उस पर नीचे लिखा मंत्र पढ़ते हुए सात गठान लगाएं। अब आप उस सूत को तावीज में भरकर पहन लें। अब प्रति बुधवार को यह तावीज निकालकर धूप-दीप दिखाकर पुन: धारण कर लिया करें। इस ताबीज को पहनकर आप जिस किसी भी कार्य को करने जाएंगे उसमें सफलता अवश्य मिलेगी। आपकी हर इच्छा पूरी होगी।
मंत्र
ऊँ गं गणपतये नम:


लगातार हो रही है धनहानि तो करें यह उपाय
लगातार धन हानि होना, व्यापार में नुकसान होना, महंगी चीजों का खराब होना या खोना, यह एक तरह का संकेत हैं कि आपके साथ कुछ न कुछ गलत हो रहा है। या तो आपका समय गलत चल रहा है या आपके घर पर किसी ने तंत्र क्रिया की है। मगर इन सबसे घबराने की कोई जरुरत नहीं है क्योंकि नीचे लिखा उपाय करने से आपकी यह समस्या कुछ ही दिनों में समाप्त हो जाएगी।
उपाय
सोमवार के दिन 11 गोमती चक्रों को मुख्य द्वार पर रख दें। जब भोजन बनने के बाद अग्नि बंद करने का समय आए तो गोमती चक्रों पर एक कंडा जलाकर उसकी राख बना लें। अगले दिन उस राख को पानी में मिलाकर सारे घर में पोंछा लगाएं और गोमती चक्र को दक्षिण दिशा में फेंक दें। इस उपाय से धनहानि नहीं होगी धनागमन के रास्ते खुल जाएंगे।

ऐसे होगी पैसों की बारीश, करें ये टोटके
धन की चाहत सभी को होती है। सभी चाहते हैं कि उनके पास दुनिया का हर सुख हो लेकिन ऐसा होना संभव नहीं हो पाता। कुछ लोग जीवन भर मेहनत करके भी धन प्राप्त नहीं कर पाते। ऐसे में उन्हें निराशा घेर लेती है। तंत्र शास्त्र के अंतर्गत ऐसे कई टोटकों का वर्णन है जिनसे गरीब भी धनवान बन सकता है। उन्हीं में से कुछ साधारण टोटके इस प्रकार हैं-
टोटके
1- सुबह उठते ही चींटियों को आटा, चीनी, शक्कर तथा बूरा आदि खिलाएं।
2- शनिवार के दिन कच्ची धानी का सरसौं का तेल ले। इस तेल में गुलगुले तलें और किसी गरीब को दान कर दें। शनि संबंधी सभी बाधाएं शांत हो जाएंगी तथा धन लाभ होगा।
3- यदि गोमती चक्र को लाल सिंदूर के डिब्बी में घर में रखें तो घर में धन आगमन की संभावन बढ़ती है।
4- प्रत्येक  गुरुवार को हल्दी को पानी में घोलकर पूरे घर में छींटे देने से घर में बरकत होती है।
5- सुबह उठते ही अपने दोनों की हथेलियों को देखें तथा तीन बार चूमें। इसके बाद ही कोई काम करें।
6 - घर के मुख्य द्वार पर सफेद आंकड़े का पौधा लगाने से उस घर में धन का अभाव नहीं रहता।
7- सात गुरुवार तक छोटी कन्याओं को गुड़ और भीगे चनों का प्रसाद बाटें।
8- नीचे लिखे मंत्र का विधि-विधान से जप करें-

  ऊँ महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्नीं च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात्  !

फैक्टरी की मशीनें बार-बार खराब हों तो करें यह उपाय
क्या आपकी फैक्टरी की मशीनें बार-बार खराब हो जाती है। बार-बार सुधरवाने के बाद भी यह ठीक से काम नहीं करती। अगर यह समस्या लंबे समय तक ठीक न हो तो नीचे लिखा उपाय करें-
उपाय
काली हल्दी को पीसकर केसर तथा गंगाजल मिलाकर शुक्ल पक्ष के प्रथम बुधवार को मशीनों पर स्वस्तिक का चिह्न बना दें। यह करने से आपकी फैक्टरी की मशीनें खराब नहीं होंगी।

आज करें यह उपाय, होगी चट मंगनी-पट ब्याह
वर्तमान समय में योग्य युवक-युवती न मिलने के कारण शादी-विवाह में बहुत अड़चने आती हैं। कई बार विवाह योग्य उम्र निकल भी जाती है। ऐसे में सबसे ज्यादा टेंशन माता-पिता को होती है। अगर आपके विवाह में भी परेशानी आ रही है तो प्रत्येक गुरुवार को यह उपाय करें। यह उपाय आज यानी गुरुवार से ही शुरु कर सकते हैं। यह उपाय विवाह योग्य लड़का-लड़की दोनों के लिए उपयोगी है।
उपाय
- प्रत्येक गुरुवार को स्नान करते समय पानी में एक चौथाई चम्मच हल्दी डालकर स्नान करें। हल्दी के स्थान पर केसर का उपयोग भी कर सकते हैं।
- गुरुवार को गाय को आटे के दो गोलों पर थोड़ी सी हल्दी लगाकर, थोड़ा गुड़ तथा चने की गीली दाल रखकर खिलाएं तो शीघ्र ही विवाह का योग बन जाएगा।

विदेश यात्रा भी संभव इस आसान टोटके से
विदेश जाना लोगों के लिए एक सपना होता है जो कुछ ही लोगों का पूरा हो पाता है। अगर आप भी विदेश जाना चाहते हैं नीचे लिखा उपाय करें। आपकी मनोकामना जल्दी ही पूरी होगी।
उपाय
शुक्रवार की रात करीब 8 बजे बाद स्नान कर व साफ सफेद कपड़े पहनकर घर के किसी एकांट कमरे में जाएं। कमरे में बाजोट यानी पटिया रखकर उस पर सफेद कपड़ा बिछाएं। उस पर दक्षिणावर्ती शंख को एक चावल भरी कटोरी में स्थापित करें और उसे केसर का तिलक करके एक चांदी का सिक्का डालें। अब घी का दीपक जलाएं और जहां तक जप चलें वहां तक दीपक जलता रहे, इसका विशेष ध्यान रखें । अब स्फटिक माला से निम्न मंत्र का 11 माला जप करें। जप की समाप्ति पर समस्त सामग्री को पूजा स्थान अथवा संदूक में रखें। इस प्रकार समस्त बाधाएं दूर होकर शीघ्र ही विदेश यात्रा संभव हो जाएगी।
मंत्र-
ऊँ अनंग वल्लभाये विदेश गमनाय कार्य सिद्धयर्थे नम:।

हर रोग ठीक हो जाएगा इस उपाय से
पानी जीवन का आधार है। इसके बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। इस पानी को यदि तंत्र प्रयोग कर अभिमंत्रित कर लिया जाए तो इसके सेवन से कई लाइलाज रोग भी ठीक हो सकते हैं। पानी को अभिमंत्रित करना बहुत ही आसान है। इस पूरी प्रक्रिया में सबसे मुख्य बात श्रृद्धा व विश्वास की है। जानते हैं कि किस उपाय से साधारण पानी अमृत के समान बन सकता है।
उपाय
सबसे पहले हनुमानजी की एक ऐसी मूर्ति लेकर आए जिसमें उन्हें संजीवनी बूटी सहित पूरा पहाड़ लेकर उठाकर ले जाते हुए दिखाया गया हो। मंगलवार के दिन थोड़ा सा पानी लेकर तांबे के बर्तन में रखें। फिर उस बर्तन में सिंदूर लगाकर तिलक करें। इसके बाद हनुमानजी की मूर्ति उस पानी में डूबो दें।

फिर हनुमान बाहुक का पांच बार पाठ करें। पाठ समाप्त होने पर हाथ जोड़कर उठ जाएं। चौबीस घंटे के बाद हनुमानजी की मूर्ति व हनुमान बाहुक की पुस्तक को किसी नदी में प्रवाहित कर दें। अब यह जल रोगी को थोड़-थोड़ा पिलाते रहे। कुछ ही दिनों में आप देखेंगे कि रोगी धीरे-धीरे ठीक I

इंटरव्यू में चाहिए सक्सेस तो करें यह आसान उपाय
इंटरव्यू का नाम सुनते ही अच्छे अच्छों के पसीने छूट जाते हैं। हर वक्त यही बात दिमाग में घुमती है कि इंटरव्यू में क्या प्रश्न पुछेंगे। उनका जबाव दे पाऊंगा या नहीं। इस तरह इंटरव्यू से पहले ही कई लोग नर्वस हो जाते हैं। यदि आप भी इंटरव्यू देने जा रहे हैं और उसमें सफलता चाहते हैं तो नीचे लिखा उपाय करें-
उपाय

शुभ दिन देखकर सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद सफेद रंग का सूती आसन बिछाकर पूर्व दिशा की ओर मुख करके उस पर बैठ जाएं। अब अपने सामने पीला कपड़ा बिछाकर उस पर 108 दानों वाली स्फटिक की माला रख दें और इस पर केसर व इत्र छिड़क कर इसका पूजन करें। इसके बाद धूप, दीप और अगरबत्ती दिखाकर नीचे लिखे मंत्र का 31 बार उच्चारण करें। इस प्रकार ग्यारह दिन तक करने से वह माला सिद्ध हो जाएगी। जब भी किसी इंटरव्यू में जाएं तो इस माला को पहन कर जाएं। ऐसे करने से शीघ्र ही इंटरव्यू में सफलता मिलेगी।
मंत्र
ऊँ ह्लीं वाग्वादिनी भगवती मम कार्य सिद्धि कुरु कुरु फट् स्वाहा।




 



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